Wednesday 8 March 2017

प्रेग्नेंसी में इन फलों को खाने से सेहत सुधरेगी नहीं बल्क‍ि...



प्रेग्नेंसी में खास देखभाल और खानपान की जरूरत होती है. बच्चा सेहतमंद हो इसके लिए जरूरी है कि मां अच्छे से अच्छा आहार ले.

खानपान अच्छा होगा तो मां का स्वास्थ्य तो बेहतर रहेगा ही साथ ही गर्भ में पल रहे बच्चे का सही विकास भी हो पाएगा. ऐसे में ये पता होना बहुत जरूरी है कि इस दौरान क्या खाया जाना चाहिए और क्या नहीं.

गर्भावस्था में इन फलों के सेवन से करें परहेज:

पपीता खाने से बचें

गर्भावस्था में पपीता खाना खतरनाक हो सकता है. पपीता खाने से प्री-मैचयोर डिलीवरी होने की आशंका बढ़ जाती है. प्रेग्नेंसी के शुरुआती महीनों में पपीता खाना नुकसानदेह हो सकता है लेकिन बाद के महीनों में पका हुआ पपीता खाना फायदेमंद रहेगा. विटामिन सी और दूसरे पोषक तत्वों से भरपूर पपीता कब्ज की समस्या का रामबाण इलाज है.

अनानास खाने से करें परहेज

गर्भावस्था के दौरान अनानस खाना गर्भवती के स्वास्थ के लिए खतरनाक हो सकता है. इससे भी प्री-मैच्योर डिलीवरी की आशंका बढ़ जाती है.

अंगूर खाने से बचें

प्रेग्नेंसी के अंतिम महीनों में अंगूर खाना नुकसानदेह हो सकता है. बहुत ज्यादा अंगूर खाने से असमय प्रसव होने की आशंका बढ़ जाती है.
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प्रेग्नेंसी के इन साइड इफेक्ट्स के बारे में आपको शायद ही पता हो


गर्भावस्था ऐसा समय होता है जबकि गर्भवती महिला शारीरिक और मानसिक कई तरह के बदलावों से गुजरती है. एक ओर जहां उसे खुद को आने वाले जीवन के लिए तैयार करना पड़ता वहीं कई शारीरिक बदलावों को भी सहन करना पड़ता है.

इन बदलावों का असर महिला के व्यवहार पर पड़ने के साथ ही उसके अंगों पर भी पड़ता है. इस दौरान महिला को हर रोज किसी न किसी तरह की परेशानी से गुजरना पड़ता है लेकिन शरीर के कुछ खास अंगों में दर्द होना सबसे तकलीफदेह होता है. इस दौरान शरीर के कुछ अंगों में अक्सर ही दर्द बना रहता है:

1. पीठ में दर्द होना

इस दौरान पीठ में दर्द होना बहुत आम है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गर्भाशय में गर्भ पल रहा होता है जिससे आगे का भाग काफी भारी हो जाता है. पेट भारी हो जाने की वजह से पीठ में झुकाव आना शुरू हो जाता है. इस वजह से पीठ में लगभग हर रोज दर्द रहने लगता है.

2. पांव में दर्द होना

प्रेग्नेंसी के दौरान महिला के ऊपरी हिस्से का वजन काफी बढ़ जाता है. जिससे उसके पैरों पर बहुत अधिक भार पड़ने लगता है. इस वजन को हड्डियां सह नहीं पाती हैं और इसकी वजह से हमेशा ही पैरों में दर्द बना रहता है.

3. सिर दर्द

गर्भावस्था के दौरान हर सुबह सिर में भारीपन रहता है. इसका प्रमुख कारण ये भी होता है कि इस दौरान नींद अनियमित हो जाती है. ऐसे में नींद पूरी नहीं होने और हॉर्मोनल बदलावों चलते सिर में अक्सर दर्द बना रहता है.

4. ब्रेस्ट में दर्द

इस दौरान कई तरह के हॉर्मोनल परिवर्तन होते हैं जिसकी वजह से ब्रेस्ट बड़े और कड़े हो जाते हैं. जिसकी वजह से उनमें अक्सर दर्द बना रहता है.

5. पेट दर्द

शिशु के विकास के साथ-साथ महिला को एसिडिटी की समस्या शुरू हो जाती है. जिसकी वजह से जी मिचलाने के साथ ही पेट में दर्द भी बना रहता है.
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डिलीवरी के टाइप पर भी निर्भर करता है बच्चे का मोटापा


आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि मोटापे के लिए खानपान की आदतें ही जिम्मेदार होती हैं लेकिन ऐसा नहीं है. डिलीवरी कैसी हुई है, इस बात पर भी बच्चे की सेहत निर्भर करती है. एक अध्ययन के मुताबिक, ऑपरेशन से पैदा हुए बच्चे, नॉर्मल डिलीवरी से पैदा हुए बच्चों की तुलना में मोटे होते हैं. ऐसे बच्चों के मोटे होने की आशंका 15 फीसदी तक होती है.

मोटापे का ये खतरा लंबे समय तक बना रहता है. हार्वर्ड में पब्लिक हेल्थ स्कूल के टी.एच. चान स्कूल में सहायक प्रोफेसर जॉर्ज चवारो का कहना है कि सीजेरियन डिलीवरी गलत नहीं है. कई केसेज में जान बचाने के लिए ऐसा करना जरूरी हो जाता है. लेकिन इसके कुछ साइड-इफेक्ट भी हैं, जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता है.

चवारो के अनुसार, इस अध्ययन से कई ऐसे तथ्य मिले हैं जिससे इस बात की पुष्ट‍ि हो जाती है कि सीजेरियन डिलीवरी और मोटापे के बीच गहरा संबंध है. परिवार के भीतर सीजेरियन डिलीवरी से पैदा हुए बच्चों में नॉर्मल डिलीवरी से जन्मे अपने भाई-बहनों की तुलना में मोटापे की आशंका 64 फीसदी ज्यादा पाई गई.

ऐसा इसलिए है क्योंकि सिर्फ प्रसव के तरीके के अलावा भाई-बहन के मामले में मोटापे की जोखिम वाले अधिकांश संभावित कारक एक ही तरह की भूमिका में रहते हैं, इसमें आनुवंशिक लक्षण भी शामिल हैं.

इस अध्ययन के लिए शोध दल ने 22,000 से ज्यादा युवाओं का ग्रोविंग अप टूडे स्टडी (जीयूटीएस) में विश्लेषण किया। यह अध्ययन ऑनलाइन पत्रिका 'जामा पिडियाट्रिक्स' में प्रकाशित किया गया है.
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कम हाइट होने पर मोटापा होना बन सकता है हार्ट अटैक की वजह


इंग्लैंड में यूनिवर्सिटी ऑफ वुल्वरहैंप्टन की रिसर्च में यह दावा किया गया है कि अगर किसी व्यक्ति का साइज ज्यादा होता है तो उसे दिल की बीमारी का खतरा सबसे अधिक होता है. इसके साथ ही इससे हार्टअटैक, स्ट्रोक और डायबिटीज जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है.

इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि व्यक्ति की कमर का साइज उसकी हाइट के अनुसार होना चाहिए. रिसर्च टीम के हेड प्रो. एलन नेविल के अनुसार अभी तक बॉडी मास इंडेक्स से ही स्वस्थ शरीर का पैमाना माना जाता था, लेकिन अब यह पता लगा है कि दिल की बीमारी का हाइट और वजन से भी संबंध है. रिसर्च में कहा गया है कि शरीर में ज्यादा फैट होना तबीयत पर असर डालता है, इसमें सबसे ज्यादा असर कमर में फैट होने से बीमारी का खतरा अधिक रहता है.

रिसर्च में इन पैरामीटरों को भी जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि अगर किसी व्यक्ति की हाइट 5 फीट है, तो उसकी कमर का साइज 35.25 इंच तक होनी चाहिए. 6 फीट वाले व्यक्ति की कमर का साइज 38.5 इंच तक होना चाहिए.
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मोदी के अच्छे दिन पर सवाल उठाने वाले कपिल ने नशे में किया था ट्वीट?



मोदी के अच्छे दिन पर कमेंट करते हुए कपिल शर्मा का ट्वीट आपको याद ही होगा? अब इस बात का खुलासा हो रहा है कि आखिर कपिल शर्मा ने वे ट्वीट किन हालातों में किया था. करण जौहर के शो कॉफी विद करण में कपिल ने इस सवाल के जवाब में कहा-डोन्ट ड्रिंक एंड ट्वीट. कपिल के जवाब से ऐसा लगता है कि वे नसीहत दे रहे हैं कि ऐसे ट्वीट नशे में न करें. इससे सवाल उठता है कि क्या ऐसा ट्वीट उन्होंने नशे में किया था?

कपिल शर्मा ने मोदी के खिलाफ ट्वीट को लेकर क्या कहा?

कॉमेडियन कपिल शर्मा जल्द ही करण जौहर के मशहूर शो 'कॉफी विद करण' में नजर आएंगे. करण जैसी कई हस्तियों को अपने शो कॉमेडी विद कपिल में बुला चुके कपिल शर्मा पहली बार इस शो में नजर आने वाले हैं. शूटिंग हो चुकी है. कुछ सवाल सामने आए हैं, जिसमें एक जगह करण कपिल से उनके मिडनाइट ट्वीट के बारे में पूछ रहे हैं. इस पर कपिल ने कहा-डोन्ट ड्रिंक एंड ट्वीट. बता दें कि पिछले साल कपिल शर्मा का ऑफिस बनवाने को लेकर मुंबई में बीएमसी के साथ विवाद हुआ था. इसके बाद उसी दिन देर रात कपिल ने ट्वीट कर मोदी के अच्छे दिन और करप्शन फ्री कैम्पेन पर सवाल उठाया था.

कपिल ने पिछले साल सितंबर महीने में मोदी को टैग करके लिखा था-मैं पिछले पांच साल से 15 करोड़ रुपए टैक्स भर रहा हूं, लेकिन मुझे ऑफिस बनाने के लिए बीएमसी को 5 लाख की घूस देनी होगी. दूसरे ट्वीट में भी उन्होंने पीएम को टैग कर लिखा था-ये हैं आपके अच्छे दिन? कपिल के ये ट्वीट कुछ ही देर में वायरल हो गए थे.

मीडिया में रिपोर्ट आई थी कि कपिल ने ऑफिस और घर बनाने के लिए नियमों का पालन नहीं किया है. वे जहां ऑफिस बना रहे हैं, उस जगह का कॉमर्शियल इस्तेमाल नहीं हो सकता था. बीएमसी ने इस मामले में उन्हें एक नोटिस भेजा था और काम रोकने के लिए कहा था. उसके बाद भी कपिल ने निर्माण जारी रखा. इसके बाद कपिल शर्मा ने मोदी के कैम्पैन और अच्छे दिन के नारे पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया था.
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हरियाणा विधानसभा में सोमवार को मौका तो था बजट का, लेकिन बजट से ज्यादा विधानसभा में सत्तासीन बीजेपी में चल रही बगावत और विधायकों की नाराजगी की खबर ही पूरा दिन छाई रही. पहली बार हरियाणा में अपने बलबूते पर सरकार बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी के लिए अब उसी के विधायक ही मुसीबत बनते जा रहे हैं. 
हरियाणा विधानसभा में बीजेपी के 46 विधायक हैं और इनमें से 18 विधायक इस वक्त स्टेट लीडरशिप और सीएम से नाराज चल रहे हैं. इन विधायकों को रेवाड़ी के विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास लीड कर रहे हैं और विधायकों का कहना है कि सरकार में इनकी बात नहीं सुनी जाती. वो जनता के चुने हुए नुमाइंदे हैं और ऐसे में जनता के काम करवाने का दबाव उनके ऊपर रहता है और इसी वजह से उन्होंने अपनी बात सीएम के सामने रख दी है. अगर उनकी मांगों पर अमल नहीं किया गया तो एक बार फिर वो अपनी आवाज उठाएंगे. 
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ये विधायक सीएम खट्टर के काम करने के तरीके से नाखुश हैं. अपने इलाके का अगर कोई भी काम करवाने के लिए ये सीएम खट्टर या फिर अफसरों से सिफारिश करते हैं तो इनकी सिफारिशों को दरकिनार कर दिया जाता है. इसी वजह से धीरे-धीरे ये नाराज विधायक एकजुट होते जा रहे हैं और लगातार सरकार के खिलाफ बैठक कर रहे हैं. 
हालांकि हरियाणा के बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला इस पूरी बगावत पर पर्दा डालने में लगे हैं. उन्होंने कहा कि कोई ऐसी नाराजगी की बात नहीं है बल्कि विधायक चाहते हैं कि वो अपने इलाके के लोगों के हित में काम कर सकें. इसीलिए वो लगातार सीएम से संपर्क में रहते हैं और अपनी बात सामने रख देते हैं और ऐसा करने का अधिकार इन सभी विधायकों को है. हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष ने किसी भी तरह की बगावत या नेतृत्व परिवर्तन की बात से इंकार कर दिया. 
वहीं हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने ये मान लिया कि पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर सर्वसम्मति से नेतृत्व परिवर्तन का आदेश आलाकमान की ओर से दिया जाएगा, तो वो इसके लिए तैयार हैं. उन्हें सीएम भी सर्वसम्मति से बनाया गया था और अब आगे कोई भी फैसला अगर सर्वसम्मति से लिया जाएगा तो वो इसका स्वागत करेंगे. 
सूत्रों से पता चला है कि पार्टी से नाराज चल रहे अपने विधायकों की नाराजगी की खबर पार्टी आलाकमान को भी है और इन नाराज विधायकों को यूपी चुनाव खत्म होने और नतीजे आने तक चुप रहने को कहा गया है. इसी वजह से जो विधायक कुछ दिन पहले तक खुलकर सीएम खट्टर और सरकार के कामकाज के खिलाफ बोल रहे थे, वो अब खामोश हो गए हैं, लेकिन ये आग अभी पूरी तरह से बुझी नहीं है. 
वहीं बीजेपी में चल रही है इस बगावत ने विपक्षी पार्टियों इंडियन नेशनल लोकदल और कांग्रेस को बीजेपी सरकार पर हमला करने का मौका दे दिया है. इंडियन नेशनल लोकदल के अध्यक्ष अशोक अरोड़ा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री गीता भुक्कल ने बीजेपी की हरियाणा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जब ये पार्टी अपने विधायकों की नहीं सुनती तो आम जनता की क्या सुनेगी. विधायकों की अनदेखी से साफ हो गया है कि ये सरकार जनता के प्रतिनिधियों की नहीं बल्कि अफसरशाही के सामने झुकी हुई सरकार है. 
अपनी सरकार में चल रही बगावत को लेकर सरकार के मंत्री भी खामोश हैं और उनकी इस खामोशी से साफ होता है कि हरियाणा बीजेपी और सरकार में सब कुछ सही नहीं चल रहा है. हरियाणा के मंत्री मनीष ग्रोवर से जब विधायकों की नाराजगी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि आप ये सवाल जाकर सीएम से पूछिए. वहीं एक और मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ जवाब देने की बजाए लगातार हरियाणा विधानसभा में पेश किए गए बजट के कसीदे पढ़ते रहें.
बीजेपी की सरकार में चल रही उठापटक ने हरियाणा में कदम जमाने की कोशिश कर रही आम आदमी पार्टी को भी एक अच्छा मौका दे दिया. आम आदमी पार्टी के हरियाणा अध्यक्ष नवीन जयहिंद ने दावा किया कि बीजेपी के नाराज विधायकों में से कई विधायक आम आदमी पार्टी के संपर्क में है और आने वाले दिनों में हरियाणा की राजनीति में एक बड़ा उलटफेर हो सकता है. 
आम आदमी पार्टी के इन दावों को खट्टर सरकार के फायरब्रांड मंत्री अनिल विज ने खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि विधायकों में कोई नाराजगी नहीं है, बल्कि विधायक चाहते हैं कि उनके इलाके के काम अच्छे से हो इसी वजह से वो अपनी बात खुलकर सीएम के सामने रख रहे हैं. विज
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Tuesday 7 March 2017

How to Lose Weight Fast: 3 Simple Steps, Based on Science

There are numerous approaches to lose a considerable measure of weight quick.

In any case, the vast majority of them will make you ravenous and unsatisfied.

In the event that you don't have press resolution, then craving will make you abandon these arrangements rapidly.

The arrangement plot here will:

Lessen your craving essentially.

Make you get in shape rapidly, without craving.

Enhance your metabolic wellbeing in the meantime.

Here is a basic 3-stage plan to get thinner quick.

1. Reduced Sugars and Starches 

The most imperative part is to decrease sugars and starches (carbs).

These are the nourishments that empower discharge of insulin the most. On the off chance that you didn't know as of now, insulin is the principle fat stockpiling hormone in the body.

At the point when insulin goes down, fat has a less demanding time escaping the fat stores and the body begins smoldering fats rather than carbs.

Another advantage of bringing down insulin is that your kidneys shed overabundance sodium and water out of your body, which diminishes bloat and pointless water weight (1, 2).

It is normal to lose up to 10 pounds (in some cases more) in the primary week of eating along these lines, both muscle to fat ratio ratios and water weight.

This is a chart from a review contrasting low-carb and low-fat weight control plans in overweight/corpulent ladies (3).

Weight reduction Graph, Low Carb versus Low Fat

The low-carb gathering is eating until totality, while the low-fat gathering is calorie confined and hungry.

Cut the carbs, bring down your insulin and you will begin to eat less calories naturally and without appetite (4).

Put basically, bringing down your insulin puts fat misfortune on "autopilot."

Main concern: Removing sugars and starches (carbs) from your eating routine will bring down your insulin levels, murder your craving and make you get more fit without appetite.

2. Eat Protein, Fat and Vegetables

Each one of your meals should include a protein source, a fat source and low-carb vegetables. Constructing your meals in this way will automatically bring your carb intake into the recommended range of 20-50 grams per day.
Girl Eating Kebab
Protein Sources:
  • Meat – Beef, chicken, pork, lamb, bacon, etc.
  • Fish and Seafood – Salmon, trout, shrimps, lobsters, etc.
  • Eggs – Omega-3 enriched or pastured eggs are best.
The importance of eating plenty of protein can not be overstated.
This has been shown to boost metabolism by 80 to 100 calories per day (567).
High protein diets can also reduce obsessive thoughts about food by 60%, reduce desire for late-night snacking by half, and make you so full that you automatically eat 441 fewer calories per day… just by adding protein to your diet (89).
When it comes to losing weight, protein is the king of nutrients. Period.
Low-Carb Vegetables:
Vegetables
  • Broccoli
  • Cauliflower
  • Spinach
  • Kale
  • Brussels Sprouts
  • Cabbage
  • Swiss Chard
  • Lettuce
  • Cucumber
  • Celery
  • Don’t be afraid to load your plate with these low-carb vegetables. You can eat massive amounts of them without going over 20-50 net carbs per day.
A diet based on meat and vegetables contains all the fiber, vitamins and minerals you need to be healthy. There is no physiological need for grains in the diet.
Butter Curls
Fat Sources:
  • Olive oil
  • Coconut oil
  • Avocado oil
  • Butter
  • Tallow
Eat 2-3 meals per day. If you find yourself hungry in the afternoon, add a 4th meal.
Don’t be afraid of eating fat, trying to do both low-carb AND low-fat at the same time is a recipe for failure. It will make you feel miserable and abandon the plan.
The best cooking fat to use is coconut oil. It is rich in fats called Medium Chain Triglycerides (MCTs). These fats are more fulfilling than others and can boost metabolism slightly (1011).
There is no reason to fear these natural fats, new studies show that saturated fat doesn’t raise your heart disease risk at all (1213).
To see how you can assemble your meals, check out this low carb meal plan and this list of low carb recipes.
Bottom Line: Assemble each meal out of a protein source, a fat source and a low-carb vegetable. This will put you into the 20-50 gram carb range and drastically lower your insulin levels.

3. Lift Weights 3 Times Per Week

Dumbbells
You don’t need to exercise to lose weight on this plan, but it is recommended.
The best option is to go to the gym 3-4 times a week. Do a warm up, lift weights, then stretch.
If you’re new to the gym, ask a trainer for some advice.
By lifting weights, you will burn a few calories and prevent your metabolism from slowing down, which is a common side effect of losing weight (1415).
Studies on low-carb diets show that you can even gain a bit of muscle while losing significant amounts of body fat (16).
If lifting weights is not an option for you, then doing some easier cardio workouts like running, jogging, swimming or walking will suffice. 
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